विज्ञापन के लिए संपर्क करें
Home / आरती / Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti | माँ दुर्गा की आरती | Jai Durge Khappar Wali | Navratri Special 2025

Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti | माँ दुर्गा की आरती | Jai Durge Khappar Wali | Navratri Special 2025

Reported by: Rashmi | Edited by: Patrika Team | Agency: PT Media Network
Last Updated: September 18, 2025, 21:43 PM IST IST

Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti: दुनिया में माँ और बच्चे का रिश्ता सबसे पवित्र माना जाता है। जब भक्त माँ दुर्गा की स्तुति करते हैं, तो उनके दिल में केवल भक्ति और प्रेम की भावना होती है। “अम्बे तू है जगदम्बे काली” आरती न केवल एक भजन है, बल्कि यह माँ की शक्ति, करुणा और ममता का प्रतीक भी है। इस आरती को गाते समय भक्त पूरी श्रद्धा से माँ की चरणों में अपना मन और आत्मा अर्पित करते हैं।

Google News Google News | Follow Us |

Patrika Times को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें.

Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti: दुनिया में माँ और बच्चे का रिश्ता सबसे पवित्र माना जाता है। जब भक्त माँ दुर्गा की स्तुति करते हैं, तो उनके दिल में केवल भक्ति और प्रेम की भावना होती है। “अम्बे तू है जगदम्बे काली” आरती न केवल एक भजन है, बल्कि यह माँ की शक्ति, करुणा और ममता का प्रतीक भी है। इस आरती को गाते समय भक्त पूरी श्रद्धा से माँ की चरणों में अपना मन और आत्मा अर्पित करते हैं।

अम्बे तू है जगदम्बे काली लिरिक्स (Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti Lyrics)

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली।
तेरे ही गुण गावें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

तेरे भक्त जनो पर माता, भीड़ पड़ी है भारी,
दानव दल पर टूट पड़ो माँ, करके सिंह सवारी॥

सौ-सौ सिहों से बलशाली, है अष्ट भुजाओं वाली,
दुष्टों को तू ही ललकारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

माँ-बेटे का है इस जग में, बड़ा ही निर्मल नाता।
पूत-कपूत सुने हैं सबने, पर ना माता सुनी कुमाता॥

सब पे करूणा दर्शाने वाली, अमृत बरसाने वाली,
दुखियों के दुखड़े निवारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

नहीं मांगते धन और दौलत, न चांदी न सोना।
हम तो मांगें तेरे मन में, छोटा सा कोना॥

सबकी बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली,
सतियों के सत को सवांरती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

चरण शरण में खड़े तुम्हारी, ले पूजा की थाली।
वरद हस्त सर पर रख दो माँ, संकट हरने वाली॥

माँ भर दो भक्ति रस प्याली, अष्ट भुजाओं वाली,
भक्तों के कारज तू ही सारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

समापन

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली।
तेरे ही गुण गावें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

Also Read:

Durga Ji Ki Aarti: मां दुर्गा की आरती ‘जय अम्बे गौरी’ के शब्द

Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics: गणपति आरती का महत्व, पूरा गीत


ABOUT THE AUTHOR

Rashmi

रश्मि कुमारी एक अनुभवी ब्लॉगर, कंटेंट क्रिएटर और डिजिटल उद्यमी हैं। वह Patrika Times की संस्थापक और CEO हैं, जो खेल, शिक्षा, मनोरंजन और अन्य क्षेत्रों की ताज़ा और भरोसेमंद खबरें पेश करता है। रश्मि डिजिटल मीडिया और कंटेंट क्रिएशन में विशेषज्ञ हैं और लोगों को उच्च गुणवत्ता वाले लेख लिखना, ऑनलाइन आय के अवसर बढ़ाना और डिजिटल दुनिया में सफल होना सिखाती हैं।

और पढ़ें

Patrika Times को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें.

Home / आरती / Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti | माँ दुर्गा की आरती | Jai Durge Khappar Wali | Navratri Special 2025

Related News