Bank Loan Rule : हममें से बहुत से लोग अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए होम लोन, पर्सनल लोन या कार लोन का सहारा लेते हैं। लोन लेना आसान नहीं होता, इसके लिए कई दस्तावेज़, प्रक्रियाएं और जिम्मेदारियां निभानी पड़ती हैं। लेकिन एक गलती जो ज़्यादातर लोग करते हैं, वो है लोन चुकाते समय लापरवाह हो जाना। जिस सतर्कता से हम लोन लेते हैं, उसी सतर्कता से अगर उसे चुकाएं तो भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सकता है।
लोन चुकाना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है यह सुनिश्चित करना कि आपने वह सही तरीके से और सभी नियमों को ध्यान में रखते हुए चुकाया है। बहुत बार देखा गया है कि लोग लोन चुकाने के बाद जरूरी कागज नहीं लेते, या कुछ ज़रूरी प्रक्रियाएं छोड़ देते हैं, जिसका असर उनके भविष्य के क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है।
समय से पहले लोन चुकाने पर छुपे चार्ज से रहें सावधान

Bank Loan Rule बहुत से लोग जब आर्थिक स्थिति थोड़ी बेहतर हो जाती है, तो वे अपना लोन समय से पहले ही चुका देते हैं। यह एक अच्छी बात है, लेकिन इसमें एक छोटी सी चूक आपके बजट पर असर डाल सकती है। दरअसल, कुछ बैंक और एनबीएफसी समय से पहले लोन चुकाने पर फोरक्लोज़र चार्ज लेते हैं।
यह शुल्क कार या पर्सनल लोन पर 1% से 5% तक हो सकता है। होम लोन पर आमतौर पर यह पेनल्टी नहीं लगती, लेकिन फिर भी अपने बैंक से यह जानकारी जरूर प्राप्त करें ताकि कोई अनचाहा चार्ज आपके सिर न आ जाए।
एनओसी लेना न भूलें यह है आपकी लोन-फ्री ज़िंदगी का सबूत
Bank Loan Rule जब आप लोन की आखिरी किस्त चुका देते हैं, तो सबसे पहली चीज जो आपको करनी चाहिए, वह है एनओसी (No Objection Certificate) लेना। यह एक दस्तावेज़ है जो इस बात का प्रमाण होता है कि आपने बैंक या फाइनेंस कंपनी से लिया गया लोन पूरी तरह चुका दिया है। इस सर्टिफिकेट में आपका नाम, पता, लोन नंबर और लोन पूरी तरह चुकाने की तारीख जैसी जानकारियां होती हैं। इसे लेने में लापरवाही भविष्य में कानूनी या वित्तीय अड़चनों का कारण बन सकती है।
अपने ओरिजिनल दस्तावेज़ ज़रूर वापस लें
Bank Loan Rule खासकर होम लोन लेने के समय, बैंक आपसे आपके कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ जैसे सेल डीड, पावर ऑफ अटॉर्नी, कैंसिल चेक आदि जमा करवाते हैं। लोन चुकाने के बाद अगर आपने ये दस्तावेज़ नहीं लिए तो भविष्य में कोई भी ट्रांजैक्शन करते समय परेशानी हो सकती है। बैंक से सारे दस्तावेज़ पूरी तरह से चेक करके वापस लें और उन्हें सुरक्षित रखें।
प्रॉपर्टी या गाड़ी से लोन की निशानी हटाना न भूलें
लोन लेते समय बैंक आपके घर या गाड़ी को ‘लीन’ (बंधक) कर देता है। इसका मतलब यह है कि वह संपत्ति तब तक आपके पूरी तरह काबू में नहीं होती जब तक लोन चुकता न हो जाए। लोन पूरा हो जाने के बाद आपको रजिस्ट्रार ऑफिस या आरटीओ जाकर यह सुनिश्चित करना होता है कि आपकी संपत्ति से वह लीन हट गया है। यह एक कानूनी प्रक्रिया है और इसे करना बेहद जरूरी है।
सिबिल स्कोर अपडेट हुआ या नहीं ज़रूर जांचें
अक्सर लोग सोचते हैं कि लोन चुकते ही सब कुछ ठीक हो जाता है। लेकिन बैंक या लोन देने वाली कंपनी कभी-कभी सिबिल डेटाबेस में लोन क्लोज़ होने की जानकारी समय पर अपडेट नहीं करती। इसका असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ सकता है और जब आप अगली बार लोन के लिए अप्लाई करें, तो वह लोन बकाया दिख सकता है। इसलिए लोन बंद होने के बाद 1-2 महीने के अंदर अपनी सिबिल रिपोर्ट जरूर चेक करें और कोई गलती दिखे तो तुरंत बैंक से संपर्क करें।
अंत में

लोन लेना एक जिम्मेदारी होती है, और उसे चुकाना उससे भी बड़ी। लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है, उसे सही और पूरी प्रक्रिया के साथ खत्म करना। अगर आप इन जरूरी बातों का ध्यान रखते हैं तो न सिर्फ आपका वर्तमान आसान होता है, बल्कि भविष्य भी सुरक्षित रहता है।
Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। लोन से जुड़ी शर्तें समय-समय पर बदल सकती हैं और हर बैंक या वित्तीय संस्था की अपनी नीतियां होती हैं। लोन संबंधी कोई भी निर्णय लेने से पहले संबंधित संस्था से स्पष्ट जानकारी प्राप्त करें या किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।
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