Chaitanyananda Saraswati Case: दिल्ली के वसंत कुंज स्थित प्राइवेट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट से जुड़े विवादित बाबा पर आखिरकार शिकंजा कस गया। करीब 50 दिनों से फरार चल रहे स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती को पुलिस ने आगरा से गिरफ्तार किया। उन पर 17 महिलाओं ने उत्पीड़न, अश्लील संदेश भेजने और जबरन छूने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। Chaitanyananda Saraswati Case अब न सिर्फ कानूनी बल्कि सामाजिक बहस का बड़ा मुद्दा बन गया है।
स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती कौन हैं

Swami Chaitanyananda Saraswati का जन्म ओडिशा में हुआ था। MBA और PhD की डिग्री रखने वाले इस बाबा ने खुद को एक विद्वान और लेखक के रूप में पेश किया। दावा है कि उन्होंने 28 किताबें लिखीं और 143 से अधिक शोध-पत्र प्रकाशित किए। उनकी किताबों में स्टीव जॉब्स और बान की मून जैसे बड़े नामों का ज़िक्र किया गया, जिससे उनकी लोकप्रियता और बढ़ी।
दिल्ली में वे Sri Sharada Institute of Indian Management के डायरेक्टर थे। यहाँ उनके संपर्क में कई छात्र-छात्राएँ आए, लेकिन यही जगह उनके खिलाफ दर्ज शिकायतों का आधार भी बनी।
मामला कैसे दर्ज हुआ
अगस्त 2025 में संस्थान को एक पूर्व छात्र ने पत्र लिखकर चेताया कि बाबा छात्रों के साथ अनुचित व्यवहार करते हैं। इसके तुरंत बाद वायुसेना मुख्यालय से भी शिकायत आई, क्योंकि कई छात्र वायुसेना परिवारों से थे।
यहीं से Swami Chaitanyananda Saraswati case सामने आया। जल्द ही 17 महिलाओं ने Defence Colony Police Station में सामूहिक शिकायत दर्ज कराई। आरोप था कि बाबा गंदी भाषा का इस्तेमाल करते थे, महिलाओं को अपने कमरे में बुलाते थे और विदेश यात्राओं का लालच देते थे।
गिरफ्तारी से पहले की फरारी
आरोप लगने के बाद बाबा 4 अगस्त को फरार हो गए। दिल्ली पुलिस और स्पेशल टीम उनकी तलाश में जुटी रही।
आखिरकार 50 दिन बाद, उन्हें आगरा के ताजगंज इलाके के एक होटल से पकड़ा गया। रिपोर्ट के मुताबिक, Chaitanyananda Arrested from Agra तब हुआ जब पुलिस को उनके ठिकाने की गुप्त सूचना मिली। गिरफ्तारी सुबह 3:30 बजे की गई।
आश्रम और संस्थान की प्रतिक्रिया
घटना सामने आते ही बाबा को डायरेक्टर पद से हटा दिया गया। दक्षिण भारत स्थित Dakshinamnaya Sri Sharada Peetha Sringeri आश्रम ने भी दूरी बना ली और कहा कि Chaitanyananda Baba का व्यवहार अनुचित और अस्वीकार्य है।
आश्रम प्रबंधन ने साफ किया कि उनके नाम का इस्तेमाल कर ऐसी हरकतें किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं होंगी।
दिल्ली बाबा की छवि और विवाद
लोग उन्हें लंबे समय से Delhi Baba कहते थे। शिक्षित पृष्ठभूमि और अंतरराष्ट्रीय छवि के कारण कई लोग उन्हें आदर्श मानते थे। लेकिन अब उनकी छवि पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।
पीड़ित छात्राओं का कहना है कि बाबा की असली पहचान अब खुलकर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स में उन्हें सीधे तौर पर Delhi baba accused of molestation कहा जा रहा है।
कानूनी कार्रवाई और आगे की राह
पुलिस ने बताया कि Chaitanyananda harassment case में केस दर्ज किया जा चुका है। आरोप साबित होने पर बाबा को लंबी कैद हो सकती है। फिलहाल पुलिस चार्जशीट तैयार कर रही है और कोर्ट में जल्द पेशी होगी।
महिलाओं की सामूहिक हिम्मत ने इस केस को मजबूत बना दिया है। यह भारत में महिलाओं की सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर चल रही बहस को और तेज़ कर देगा।
समाज और राजनीति पर असर

यह घटना हमें यह सिखाती है कि किसी व्यक्ति की पढ़ाई-लिखाई या धार्मिक छवि उसकी नैतिकता की गारंटी नहीं होती। Delhi Baba या अन्य राज्यों की तरह, दिल्ली में भी अब समाज ऐसे बाबाओं की असलियत पर सवाल उठाने लगा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अब शिक्षा संस्थानों और आश्रमों में safety arrangements को और मजबूत करना होगा।
Disclaimer: यह लेख केवल सूचना प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें शामिल सभी तथ्य, बयान और विवरण विभिन्न समाचार स्रोतों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी पर आधारित हैं। हम किसी भी प्रकार की स्वतंत्र पुष्टि (Verification) का दावा नहीं करते। यह सामग्री किसी व्यक्ति या संस्था को बदनाम करने या समर्थन देने के इरादे से प्रकाशित नहीं की गई है।
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