Ratan Tata, जो भारतीय उद्योग जगत में एक मिसाल के रूप में जाने जाते थे, का निधन हो गया है। वे 86 वर्ष के थे और देश के सबसे प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह, टाटा संस के चेयरमैन एमेरिटस थे। उनके नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई, जिसमें टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज जैसी कंपनियाँ प्रमुख रहीं।
Ratan Tata की विरासत
रतन टाटा ने अपने जीवनकाल में कई बड़े फैसले लिए, जिन्होंने भारतीय उद्योग जगत को नई दिशा दी। उनके कार्यकाल में टाटा ग्रुप ने Jaguar Land Rover और Corus Steel का अधिग्रहण किया, जिससे टाटा ग्रुप का अंतरराष्ट्रीय विस्तार हुआ। इसके साथ ही, उन्होंने सस्ते और प्रभावी उत्पादों के माध्यम से समाज के सभी वर्गों तक पहुँचने का प्रयास किया, जिसमें टाटा नैनो एक अहम योगदान था।
समाज के प्रति योगदान
Ratan Tata न केवल एक सफल उद्योगपति थे, बल्कि समाज सेवा में भी उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई। टाटा ट्रस्ट्स के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में उनका योगदान अतुलनीय है। उन्होंने हमेशा सामाजिक विकास और देश की प्रगति को अपनी प्राथमिकता में रखा।
उनकी सरलता, दूरदर्शिता, और समाज के प्रति उनके समर्पण को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनका जाना देश के लिए एक बड़ी क्षति है, और उनके योगदानों की यादें हमेशा जीवित रहेंगी।
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