विज्ञापन के लिए संपर्क करें
Home / धर्म / Shardiya Navratri 2025: रामायणकाल से जुड़ा उपवास का रहस्य और श्रीराम की विजय कथा

Shardiya Navratri 2025: रामायणकाल से जुड़ा उपवास का रहस्य और श्रीराम की विजय कथा

Reported by: Shivang Mishra | Edited by: Patrika Team | Agency: PT Media Network
Last Updated: September 26, 2025, 14:05 PM IST IST

Shardiya Navratri: शारदीय नवरात्रि 2025 की शुरुआत आश्विन माह से हो चुकी है। यह वही समय है जब देशभर में भक्तजन माता दुर्गा की आराधना करते हैं और नौ दिनों तक उपवास रखते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि केवल पूजा-पाठ का पर्व नहीं बल्कि आत्मशक्ति, संयम और भक्ति का उत्सव है। भारत के विभिन्न हिस्सों में इस दौरान रामलीला का मंचन होता है और दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है। यही कारण है कि यह पर्व सदियों से Shardiya Navratri 2025, Navratri fast और Goddess Durga blessing जैसे भावनात्मक और धार्मिक आयामों से जुड़ा रहा है।

Google News Google News | Follow Us |

Patrika Times को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें.

Shardiya Navratri: शारदीय नवरात्रि 2025 की शुरुआत आश्विन माह से हो चुकी है। यह वही समय है जब देशभर में भक्तजन माता दुर्गा की आराधना करते हैं और नौ दिनों तक उपवास रखते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि केवल पूजा-पाठ का पर्व नहीं बल्कि आत्मशक्ति, संयम और भक्ति का उत्सव है। भारत के विभिन्न हिस्सों में इस दौरान रामलीला का मंचन होता है और दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है। यही कारण है कि यह पर्व सदियों से Shardiya Navratri 2025, Navratri fast और Goddess Durga blessing जैसे भावनात्मक और धार्मिक आयामों से जुड़ा रहा है।

रामायणकाल से जुड़ी नवरात्रि की कथा

Shardiya Navratri 2025: रामायणकाल से जुड़ा उपवास का रहस्य और श्रीराम की विजय कथा

क्या आप जानते हैं कि नवरात्रि व्रत का संबंध सीधे रामायण काल से भी जुड़ा हुआ है? जब रावण ने माता सीता का हरण किया था, तब भगवान श्रीराम गहन दुख में थे। उसी समय देवर्षि नारद उनके पास पहुंचे और उन्होंने श्रीराम को नवरात्रि व्रत रखने का उपदेश दिया।
नारद मुनि ने कहा कि आश्विन मास में नवरात्रि का उपवास करने से हर संकट का समाधान संभव है। श्रीराम ने उनकी बात मानी और नौ दिनों तक उपवास कर माता दुर्गा की पूजा की। यही उपवास आगे चलकर रावण पर विजय का मार्ग बना।

मां दुर्गा का आशीर्वाद और विजयादशमी की परंपरा

नवरात्रि उपवास से प्रसन्न होकर अष्टमी की रात मां दुर्गा ने श्रीराम को दर्शन दिए। उन्होंने श्रीराम को आशीर्वाद दिया और वचन दिया कि विजय उन्हीं की होगी। इसके बाद दशमी के दिन श्रीराम ने रावण का वध किया और सत्य की विजय का प्रतीक दशहरा मनाया जाने लगा।
यही कारण है कि आज भी लोग Shardiya Navratri को विशेष महत्व देते हैं और मानते हैं कि मां दुर्गा की कृपा से हर कठिनाई पर विजय प्राप्त की जा सकती है।

आज के समय में नवरात्रि उपवास का महत्व

Shardiya Navratri 2025: रामायणकाल से जुड़ा उपवास का रहस्य और श्रीराम की विजय कथा

नवरात्रि व्रत केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी लाभकारी माना जाता है। वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि उपवास से शरीर डिटॉक्स होता है और मानसिक एकाग्रता बढ़ती है। यही वजह है कि आज लाखों लोग Navratri fast को जीवनशैली का हिस्सा बना चुके हैं।
नवरात्रि का पर्व समाज को एकजुट करता है। इस दौरान गरबा, रामलीला और सामूहिक पूजा जैसी गतिविधियां लोगों को जोड़ती हैं। साथ ही, यह समय सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास का भी प्रतीक माना जाता है।

रामायणकाल से जुड़ी यह कथा हमें सिखाती है कि विश्वास और उपवास जीवन में किसी भी कठिनाई को पार करने का मार्ग बन सकते हैं। Shardiya Navratri 2025 का पर्व केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि आस्था, धैर्य और विजय का संदेश है।
जब स्वयं श्रीराम ने नवरात्रि व्रत रखकर रावण पर विजय प्राप्त की, तो यह परंपरा आज भी करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।

डिस्क्लेमर: यह लेख धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रीय कथाओं पर आधारित है। यहां दी गई जानकारी की किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत या आधिकारिक पुष्टि नहीं की जाती। किसी भी धार्मिक परंपरा या आस्था का पालन करने से पहले विद्वानों और विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।

Also Read:

Shardiya Navratri 2025: देवी पूजा के दौरान इन बातों को न करें नज़रअंदाज़, वरना हो जाएगा नुकसान

Shardiya Navratri 2025 Day 3 Puja: मां चंद्रघंटा की पूजा विधि, मुहूर्त, मंत्र और भोग का महत्व

Shardiya Navratri 2025: 9 नहीं 10 दिन चलेगी नवरात्रि, जानें शुभ समय और खास बातें


ABOUT THE AUTHOR

Shivang Mishra

मैं शिवांग मिश्रा, बीकॉम तृतीय वर्ष का छात्र हूँ। मुझे लेखन, शोध और नई जानकारियों को पाठकों तक पहुँचाने का गहरा शौक है। वर्तमान में मैं Patrika Times के लिए नियमित रूप से लेख लिखता हूँ, जहाँ मैं समाज, शिक्षा, तकनीक और युवा पीढ़ी से जुड़े विभिन्न विषयों पर अपनी बात रखता हूँ। लेखन मेरे लिए केवल एक अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं है, बल्कि यह एक ज़िम्मेदारी भी है कि पाठकों तक सही और उपयोगी जानकारी सरल और स्पष्ट भाषा में पहुँचे। मेरा मानना है कि अच्छी लेखनी न केवल जानकारी देती है, बल्कि सोचने और आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती है।

और पढ़ें

Patrika Times को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें.

Home / धर्म / Shardiya Navratri 2025: रामायणकाल से जुड़ा उपवास का रहस्य और श्रीराम की विजय कथा

Related News