SBI Q4 परिणाम 2025 में लाभ में गिरावट, लेकिन ऑपरेटिंग प्रॉफिट में बढ़ोतरी

Written by: Rashmi

Published on:

Edited By:

Isha

Follow Us

SBI Q4: भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में सबसे बड़ी पहचान रखने वाले State Bank of India (SBI) ने अपने चौथे तिमाही परिणाम (Q4FY25) की घोषणा की है। यह रिपोर्ट भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि SBI देश का सबसे बड़ा राज्य स्वामित्व वाला बैंक है। बैंक ने इस तिमाही में ऑपरेटिंग प्रॉफिट में वृद्धि दर्ज की है, लेकिन नेट प्रॉफिट में गिरावट आई है।

ऑपरेटिंग प्रॉफिट में वृद्धि

SBI Q4 परिणाम 2025 में लाभ में गिरावट, लेकिन ऑपरेटिंग प्रॉफिट में बढ़ोतरी

SBI ने Q4FY25 में ₹31,286 करोड़ का ऑपरेटिंग प्रॉफिट हासिल किया, जो कि पिछले साल के मुकाबले 8.83% अधिक है। पिछले साल की तुलना में यह प्रॉफिट बढ़ा है, जो बैंक की मजबूत कार्यप्रणाली और वित्तीय प्रबंधन का संकेत देता है। बैंक ने अपने ऑपरेशंस को बेहतर तरीके से चलाया और बढ़ते हुए लाभ को बनाए रखा, जो ग्राहकों के विश्वास का भी प्रतीक है।

नेट प्रॉफिट में गिरावट

हालांकि ऑपरेटिंग प्रॉफिट में वृद्धि हुई है, SBI Q4 के नेट प्रॉफिट में 10% की गिरावट आई है। बैंक का नेट प्रॉफिट ₹18,642.59 करोड़ रहा, जो पिछले साल की ₹20,698.35 करोड़ की तुलना में कम है। यह गिरावट बैंक के लिए चिंताजनक हो सकती है, लेकिन यह गिरावट लोन लॉस प्राविज़न (loan loss provisions) के बढ़ने के कारण हुई है।

लोन लॉस प्राविज़न में वृद्धि

SBI Q4 की लोन लॉस प्राविज़न में पिछले साल की तुलना में 20.35% की वृद्धि हुई है, जो ₹3,964 करोड़ तक पहुंच गई। यह वृद्धि पिछले साल के ₹3,294 करोड़ से काफी अधिक है। लोन लॉस प्राविज़न में वृद्धि बैंक के लिए एक चुनौती हो सकती है, क्योंकि इसका मतलब है कि बैंक को अधिक डिफॉल्ट लोन का सामना करना पड़ सकता है।

नेट इंटरेस्ट इनकम में वृद्धि

SBI Q4 परिणाम 2025 में लाभ में गिरावट, लेकिन ऑपरेटिंग प्रॉफिट में बढ़ोतरी

एक अच्छी खबर यह है कि SBI की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में 2.7% की वृद्धि देखी गई। यह बढ़कर ₹42,774.55 करोड़ हो गई है। इस वृद्धि से साफ है कि बैंक का लोन पोर्टफोलियो मजबूत है और ब्याज आय के स्रोतों में स्थिरता बनी हुई है।

SBI के Q4FY25 परिणाम दर्शाते हैं कि बैंक की कार्यप्रणाली में कई सुधार हो रहे हैं, लेकिन उसे कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है। ऑपरेटिंग प्रॉफिट में वृद्धि और नेट इंटरेस्ट इनकम में बढ़ोतरी इसके सकारात्मक पहलू हैं, लेकिन लोन लॉस प्राविज़न में वृद्धि और नेट प्रॉफिट में गिरावट बैंक के लिए एक चिंता का विषय हो सकती है। फिर भी, भारतीय बैंकिंग सेक्टर में SBI की स्थिति मजबूत है, और आने वाले समय में इसे और बेहतर परिणाम मिलने की उम्मीद है।

Disclaimer: यह लेख SBI के चौथे तिमाही के वित्तीय परिणामों पर आधारित है, जो सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी पर आधारित हैं। आंकड़े और जानकारी भविष्य में बदल सकते हैं, इसलिए किसी भी निवेश निर्णय से पहले कृपया अपनी खुद की जांच और वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें।

Also Read:

SBI Magnum Mid Cap Direct Plan: छोटे निवेश से बड़ा फायदा जानिए कैसे ₹5,000 महीने में बनाएं ₹1 करोड़

हर महीने पाएं बढ़िया रिटर्न: SBI Mutual Fund के फिक्स्ड इनकम प्लान से सुरक्षित निवेश का मौका

Flipkart Big Diwali Sale 2024 21 Oct से शुरू, दिवाली की शॉपिंग का बेस्ट मौका, जबरदस्त डील्स और छूट का फायदा उठाएं

Rashmi

I am the founder of Patrika Times, a dynamic news platform that delivers the latest news in sports, education, entertainment, and more. I have built Patrika Times as a trusted news source and information for a diverse audience.

For Feedback - patrikatimes2@gmail.com